मुंबई के आरे कॉलोनी में फिर दिखा तेंदुए का आतंक, आदमखोर ने अब डेढ़ साल की बच्ची की ले ली जान...
मुंबई के आरे कॉलोनी में फिर दिखा तेंदुए का आतंक, आदमखोर ने अब डेढ़ साल की बच्ची की ले ली जान...
आरे कॉलोनी में सोमवार तड़के एक 16 महीने की बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर दिया, जिसमें वह मासूम बुरी तरह घायल हो गई. इसके बाद अंधेरी ईस्ट के सेवन हिल्स अस्पताल में इलाज के लिए ले जाते समय बच्चे की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.
मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक बार फिर से तेंदुए का आतंक दिखा है, जहां आदमखोर ने एक मासूम को अपना निवाला बनाया. आरे कॉलोनी में सोमवार तड़के एक 16 महीने की बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर दिया, जिसमें वह मासूम बुरी तरह घायल हो गई. इसके बाद अंधेरी ईस्ट के सेवन हिल्स अस्पताल में इलाज के लिए ले जाते समय बच्चे की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.
घटना की जानकारी देते हुए आरे थाना के एक अधिकारी ने कहा कि यह घटना सुबह करीब 6.30 बजे हुई, जब बच्ची अपनी मां के साथ मंदिर जा रही थी. मंदिर उनके घर से करीब 30 फुट दूर है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘प्राथमिक सूचना के आधार पर हमने मामले में आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज कर ली है, आगे की जांच जारी है.’ इस बीच, वन विभाग ने क्षेत्र में मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए एक कार्य योजना शुरू की है. उन्होंने बताया कि वन विभाग ने रेस्किंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर (आरएडब्ल्यूडब्ल्यू) की एक टीम को मदद के लिए बुलाया है.
अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों ने क्षेत्र में एक वन्यजीव एम्बुलेंस, मुंबई वन विभाग से वन्यजीव संकट प्रतिक्रिया टीम और स्वयंसेवकों को तैनात किया है. उन्होंने कहा कि बचावकर्मी, तेंदुआ विशेषज्ञ, पशु चिकित्सक और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पूरे सप्ताह आरे कॉलोनी के वन क्षेत्र में लगातार तैनात रहेंगे. बताया गया है कि क्षेत्र में एक महीने से भी कम समय में यह तीसरी घटना है.
अधिकारी ने कहा कि रात में गश्त की जाएगी और तेंदुए की गतिविधियों की पहचान और निगरानी के लिए ‘कैमरा ट्रैप’ लगाए जाएंगे. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित, आरे को मुंबई का महत्वपूर्ण वन क्षेत्र माना जाता है. इस इलाके में पहले भी तेंदुए के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं
सह संपादक सलमान शाह की खास रिपोर्ट