उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म पर "संवाद" कार्यक्रम कार्यशाला का आयोजन 26 जून, 2024 को लखनऊ के गोमती नगर स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के मरक्यूरी हॉल में होगा।
कार्यक्रम में मुख्य उपस्थिति उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की रहेगी। सरकार के मंत्री डॉ. अरुण कुमार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन और पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उ.प्र. और राज्य मंत्री कृष्णपाल मलिक के साथ आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' की भी गरिमामय उपस्थिति रहेगी। 'ईको टूरिज्म' पर आयोजित कार्यक्रम में इको पर्यटन के प्रतिभागियों और स्टेकहोल्डर्स के साथ विभिन्न राज्यों के जाने-माने वक्ता और विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे। उदघाटन सत्र में निदेशक (प्रशासन), उप्र ईको टूरिज्म विकास बोर्ड/महानिदेशक पर्यटन स्वागत संबोधन देंगे। ईको पर्यटन के भविष्य और संभावनाओं पर विचार रखे जाएंगे। कार्यक्रम में गंगा नदी बेसिन में ईको टूरिज्म के विकास हेतु उप्र. ईको टूरिज्म विकास बोर्ड एवं WII-NMCG के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे। अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम संबोधित करेंगे। संवाद कार्यक्रम में पांच सत्र आयोजित होंगे। हर सत्र में संबंधित विषय पर परिचर्चा आयोजित होगी। परिचर्चा में पैनल के सदस्यों के साथ स्टेकहोल्डर्स की मौजूदगी रहेगी। इस दौरान विशेषज्ञ और संबंधित क्षेत्र से जुड़े लोग अपने विचार साझा करेंगे। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के संबंध में माननीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह संबोधन देंगे। समापन सत्र में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरिमापूर्ण उपस्थित रहेगी। माननीय मुख्यमंत्री अन्य महानुभावों के साथ पर्यटन प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री जी महानुभावों को अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करेंगे। इको टूरिज्म पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शन के साथ लोगो का अनावरण भी होगा। सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में बढ़ावा देने के संयुक्त प्रयासों हेतु उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड एवं बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान लखनऊ के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी होंगे। इस दौरान प्रदेश में स्थानीय स्थापित नई ईको पर्यटन इकाइयों का सम्मान होगा। तत्पश्चात माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। संवाद कार्यक्रम का पहला सत्र 'Uttar Pradesh, The land of Majestic tigers' विषय पर होगा। परिचर्चा की अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उप्र. सरकार करेंगे। प्रदेश सरकार में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव संजय श्रीवास्तव, उ.प्र. के टाइगर रिज़र्व एवं वन्यजीव अभ्यारण्यों पर आधारित प्रस्तुतीकरण देंगे। उसके बाद, पैनल सदस्यों के साथ परिचर्चा होगी। परिचर्चा में सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुश्रवण एवं कार्य योजना, ललित वर्मा, फील्ड डायरेक्टर, दुधवा टाइगर रिज़र्व, विजय सिंह, फील्ड डायरेक्टर, पीलीभीत टाइगर रिज़र्व, के. के. सिंह, संस्थापक, इंडियन स्कूल ऑफ़ नेचर, रितु मखीजा, निदेशक, ट्रेवल ऑपरेटर्स फॉर टाइगर्स (TOFT), कन्हाई कपूर, एसोसिएट वाईस प्रेसिडेंट, ताज सफारी, रजनीश राय, संस्थापक, द अल्टीमेट ट्रैवलिंग कैम्प (TUTC), रवि कालरा, संस्थापक, ट्रेवलइन शामिल होंगे। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में निम्नलिखित स्टेकहोल्डर्स शिरकत करेंगे कमलजीत, (मालिक- जागीर मानौर) दुधवा, जय प्रताप सिंह (चीफ नेचुरलिस्ट, कैप टाइगर लिली) दुधवा, साद बिन आसिफ (मालिक- शेरकोट एस्टेट) अमानगढ़, अंकित अग्रवाल (प्रतिनिधि जेपी, होटल) पीलीभीत और आरती शाह (मालिक अर्थ होमस्टे)। संचालन राम प्रताप सिंह करेंगे। संवाद कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी सत्र के बाद उत्तर प्रदेश में 'Uttar Pradesh, Cradle of Indian Ornithology पर परिचर्चा होगी। इस सत्र में सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुश्रवण एवं कार्य योजना द्वारा उ.प्र. के पक्षी विहार एवं वेटलैंड्स पर आधारित प्रस्तुतीकरण होगा। तकरीबन आधे घंटे की एक परिचर्चा में पैनल सदस्य हिस्सा लेंगे। इस परिचर्चा में प्रवीण राव कोहली, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (सेवानिवृत्त), उ.प्र. वन विभाग, संजय कुमार, प्रबंध निदेशक, उ.प्र. सहकारी संघ, नीरज कुमार, मुख्य वन संरक्षक ईको, उ.प्र. वन विभाग, कुणाल जैन (संस्थापक, ट्रैवल विद), वरुण माथुर (संस्थापक- जंगल सूत्र), हाशिम तैयबजी (संस्थापक- इंडियन स्कूल ऑफ नेचर) भाग लेंगे। संचालन राम प्रताप सिंह और हाशिम तैयबजी करेंगे। कार्यक्रम के तीसरे सत्र में 'Uttar Pradesh, Pristine landscapes and beyond' विषय पर परिचर्चा होगी। इस सत्र की अध्यक्षता प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुश्रवण एवं कार्य योजना करेंगे। इस सत्र में मनीष मित्तल, मुख्य वन संरक्षक, मीरजापुर द्वारा "विन्ध्य क्षेत्र में ईको टूरिज्म पर आधारित प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। वहीं, विकास नायक, प्रभागीय वनाधिकारी, फिरोजाबाद द्वारा "बटेश्वर, होलीपुरा एवं रपड़ी में ईको टूरिज्म पर आधारित प्रस्तुतीकरण होगा। इसके बाद परिचर्चा में मनीष मित्तल मुख्य वन संरक्षक, मीरजापुर, रुचि बडोला, वैज्ञानिक 'जीः तथा डीन, भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून, राजीव सक्सेना (प्रेसिडेंट, टूरिज्म गिल्ड ऑफ़ आगरा), मोहित अग्रवाल (संस्थापक, एशियन एडवेंचर्स), राधा कृष्णा शेनॉय (असिस्टेंट वाईस प्रेसिडेंट, सी०जी०एच० अर्थ), किशन (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, यात्रा हॉलीडेज) और अजीत बजाज (प्रेसिडेंट, एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया) शिरकत करेंगे। स्टेकहोल्डर्स- अमरीश प्रताप सिंह (संस्थापक, प्लांटर्स बंगला, प्रयागराज) और गोपाल सिंह (कोरल होमस्टे, आगरा) होंगे। परिचर्चा का संचालन राम प्रताप सिंह एवं मोहित अग्रवाल द्वारा होगा। आईजीपी में संवाद कार्यक्रम के चौथे सत्र में 'Uttar Pradesh, Ex-Situ Conservation and Eco Tourism' पर परिचर्चा होगी। सत्र की अध्यक्षता प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव उप्र करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश में संभावित Ex-Situ संरक्षण स्थलों पर आधारित प्रस्तुतीकरण होगा, जिसमें अनिल पटेल (वन संरक्षक, आगरा), अदिति शर्मा (निदेशक, लखनऊ जू) और विकास यादव (प्रभागीय वनाधिकारी, गोरखपुर) हिस्सा लेंगे। इसके बाद परिचर्चा में पैनल के निम्नलिखित सदस्य शामिल होंगे- अदिति शर्मा (निदेशक, लखनऊ जू), सर्वेश गोयल (मालिक- सेंट्रम होटल, लखनऊ), अमन छाबड़ा (मेक माय ट्रिप), रिकांत पिट्टी (सह-संस्थापक, ईज माय ट्रिप), बैजू राज (निदेशक, वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस.) और मनीष अग्रवाल (वीपी. एसोसिएटेड चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स)। परिचर्चा का संचालन प्रतीक हीरा, प्रेसिडेंट, यू.पी. चैप्टर। ATO & FICCI (Tourism) करेंगे। 'संवाद' के पांचवें और अंतिम सत्र में विशेषज्ञों के साथ 'Learning exchange with Experts: Pathways, signposts & milestones' पर परिचर्चा आयोजित होगी। सत्र की अध्यक्षता प्रमुख सचिव पर्यटन करेंगे। प्रखर मिश्रा द्वारा प्रस्तुतीकरण: उप्र टूरिज्म विकास बोर्ड। परिचर्चा में पैनल के निम्नलिखित सदस्य उपस्थित होंगे- सुधीर कुमार शर्मा (निदेशक, पारिस्थितिकी, यूपी ईटीडीबी), विनय लूथरा एडवाइज़र, जंगल लॉजेस एंड रिसॉर्टस, अरुण पांडेय, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, डेवलपमेंट एंड प्लानिंग एवं नोडल अधिकारी, स्टेट सेंटर ऑफ़ क्लाइमेट चेंज, छत्तीसगढ़, डॉ. हरीश रैतोलिया (एसीईओ, इको टूरिज्म, उत्तराखंड), संजय पाठक, जनरल मैनेजर, उप्र. वन निगम और राम कुमार, जनरल मैनेजर, उप्र वन निगम। परिचर्चा के बाद प्रश्नोत्तरी सत्र होगा। समापन सत्र की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जी एवं अन्य महानुभावों द्वारा पर्यटन प्रदर्शनी का अवलोकन किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी एवं अन्य महानुभावों का स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र प्रदान कर स्वागत किया जाएगा। इसके बाद अध्यक्ष, कार्यकारी समिति, उप्र ईको टूरिज्म विकास बोर्ड/मुख्य सचिव, उप्र सरकार द्वारा संबोधन होगा। इसी सत्र में प्रदेश में व्याप्त ईको पर्यटन की संभावनाओं के संबंध में माननीय राज्यमंत्री पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उप्र शासन द्वारा सम्बोधन और मा. राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संबोधन होगा। ईको टूरिज्म पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदेश में व्याप्त ईको पर्यटन की संभावनाओं के संबंध में मा. राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उप्र० शासन द्वारा सम्बोधन होगा। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों के संबंध में माननीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उप्र सरकार द्वारा सम्बोधन होगा। इस दौरान उप्र. ईको टूरिज्म विकास बोर्ड के "लोगो" का अनावरण किया जाएगा। सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में बढ़ावा देने के संयुक्त प्रयासों हेतु उप्र. ईको टूरिज्म विकास बोर्ड एवं बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान लखनऊ के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे। प्रदेश में स्थापित नई ईको पर्यटन इकाइयों के स्वामियों का सम्मान किया जाएगा। माननीय मुख्यमंत्री जी के सम्बोधन के साथ संवाद कार्यक्रम की समाप्ति होगी।